भारतीय रेलवे ने ग्रुप डी (लेवल-1) भर्ती में आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) या एनएसी (नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट) की अनिवार्यता खत्म कर दी है। अब 10वीं पास उम्मीदवार भी सीधे इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) के इस फैसले से जहां लाखों युवाओं में खुशी की लहर दौड़ गई है, वहीं आईटीआई धारक उम्मीदवारों और तकनीकी संस्थानों में विरोध के स्वर भी उभरने लगे हैं।
RRB Group D Bharti रेलवे का फैसला
रेलवे भर्ती बोर्ड ने एक अधिसूचना जारी कर यह जानकारी दी कि तकनीकी पदों के लिए अब आईटीआई या एनएसी सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं होगी। यह कदम अधिक से अधिक उम्मीदवारों को अवसर प्रदान करने और भर्ती प्रक्रिया को सरल बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। इसके तहत, उम्मीदवार केवल 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होने के आधार पर आवेदन कर सकते हैं।
विरोध के कारण
रेलवे के इस फैसले से आईटीआई धारक उम्मीदवार और तकनीकी संस्थान असंतोष व्यक्त कर रहे हैं। उनका तर्क है कि इस बदलाव से उन उम्मीदवारों की मेहनत और प्रशिक्षण का महत्व कम हो गया है, जिन्होंने वर्षों तक तकनीकी कौशल प्राप्त करने के लिए आईटीआई या एनएसी कोर्स किया।
विरोध में उठाए गए मुख्य मुद्दे:
तकनीकी विशेषज्ञता का महत्व घटा:
आईटीआई धारकों का कहना है कि तकनीकी पदों पर बिना प्रशिक्षण वाले उम्मीदवारों को नियुक्त करना रेलवे के कामकाज की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।आईटीआई में नामांकन पर असर:
तकनीकी संस्थानों ने आशंका जताई है कि इस फैसले के बाद आईटीआई में नामांकन की संख्या घट सकती है, जिससे उनके भविष्य पर संकट आ सकता है।अनुचित प्रतिस्पर्धा:
आईटीआई धारकों का मानना है कि उन्हें तकनीकी पदों के लिए विशेष योग्यता मिलनी चाहिए थी, जबकि 10वीं पास उम्मीदवारों के साथ समान स्तर पर प्रतियोगिता करना उनके साथ अन्याय है।
रेलवे का पक्ष
रेलवे ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय रोजगार के अधिक अवसर प्रदान करने और प्रक्रिया को सरल बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। रेलवे के अनुसार, भर्ती परीक्षा के माध्यम से उम्मीदवारों की योग्यता का आकलन किया जाएगा, जिससे योग्य उम्मीदवारों का चयन सुनिश्चित होगा।
आवेदन प्रक्रिया और तिथियां
- आवेदन शुरू: 23 जनवरी 2025
- आवेदन समाप्ति: 22 फरवरी 2025
- कुल पद: 32,000
विरोध को शांत करने के प्रयास
रेलवे भर्ती बोर्ड ने कहा है कि तकनीकी पदों के लिए परीक्षा और ट्रेनिंग के दौरान उम्मीदवारों की क्षमता का परीक्षण किया जाएगा। इसके अलावा, आईटीआई धारकों को अन्य तकनीकी भर्तियों में प्राथमिकता देने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उम्मीदवारों के लिए फायदेमंद साबित होगा। हालांकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि तकनीकी कार्यों के लिए उम्मीदवारों की उचित ट्रेनिंग सुनिश्चित करना आवश्यक है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: रेलवे ग्रुप डी में आईटीआई अनिवार्यता क्यों खत्म की गई है?
उत्तर: रेलवे ने अधिक उम्मीदवारों को अवसर देने और प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए यह कदम उठाया है।
प्रश्न 2: क्या आईटीआई धारकों को कोई प्राथमिकता मिलेगी?
उत्तर: फिलहाल, सभी उम्मीदवारों को समान रूप से आवेदन करने का मौका मिलेगा। हालांकि, रेलवे तकनीकी पदों के लिए आईटीआई धारकों को प्राथमिकता देने की योजना पर विचार कर रहा है।
प्रश्न 3: क्या 10वीं पास उम्मीदवार तकनीकी कार्यों के लिए उपयुक्त होंगे?
उत्तर: रेलवे का कहना है कि परीक्षा और ट्रेनिंग के माध्यम से उनकी योग्यता सुनिश्चित की जाएगी।
प्रश्न 4: इस फैसले से आईटीआई धारकों को क्या नुकसान होगा?
उत्तर: आईटीआई धारकों को अब 10वीं पास उम्मीदवारों के साथ समान स्तर पर प्रतियोगिता करनी होगी, जिससे उनके विशेष प्रशिक्षण का महत्व कम हो सकता है।
प्रश्न 5: क्या यह फैसला स्थायी है?
उत्तर: फिलहाल, यह फैसला ग्रुप डी भर्ती 2025 के लिए लागू है। भविष्य में इसे स्थायी रूप से लागू करने का निर्णय रेलवे द्वारा समीक्षा के बाद लिया जाएगा।
यह फैसला रोजगार के अवसर बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया है, लेकिन इसके दूरगामी प्रभावों पर विचार करना भी जरूरी है। रेलवे और आईटीआई धारकों के बीच समन्वय बनाकर समाधान निकाला जाना चाहिए।
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