cet Gram Sachiv Special Haryana GK
हरियाणा में पंचायती राज
भारत में सबसे पहले पंचायती राज 2 अक्टूबर 1959 को नागौर जिले के (राजस्थान) में लागू किया गया था। जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने ही किया था।
देश में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस 24 अप्रैल को मनाया जाता है।
पंचायती राज के संबंध में कानून बनाने का अधिकार राज्य सरकार को ही होता है।
पंचायती राज के कुल 29 विषय है।
पंचायती राज 11वीं सूची में सूची में आता है।
पंचायती राज में SC ST को आरक्षण दिया गया था लेकिन 83वाँ संविधान संशोधन के तहत अरुणाचल प्रदेश में ST को पंचायती राज आरक्षण नहीं दिया गया है।
पंचायती राज चुनाव में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का प्रयोग करके चुनाव कराने वाला भारत का पहला राज्य हरियाणा बना है।
भारत में ईवीएम का पहली बार प्रयोग मई 1982 को पारुर (केरल) में विधानसभा चुनाव में किया गया था।
हरियाणा पंचायती राज अधिनियम 1994 को पास किया गया था तथा 24 अप्रैल 1994 को इसे राज्य में लागू किया गया था।
पंचायती राज्य चुनाव में शैक्षणिक योग्यता लागू करने वाला पहला राज्य राजस्थान बना था (2014) में ।
7 सितंबर 2015 में पंचायती राज चुनाव में शैक्षणिक योग्यता लागू करने वाला दूसरा राज्य हरियाणा बना था।
हरियाणा के पंचायती चुनाव में सामान्य वर्ग एवं पिछड़ा वर्ग के पुरुषों की शैक्षणिक योग्यता कम से कम 10वीं पास रखी गई है।
जबकि महिलाओं व अनुसूचित जाति के पुरुषों के लिए आठवीं पास होना अनिवार्य है।
पंचायतों का कार्यकाल 5 वर्ष तक होता है।
पंचायत भंग होने पर 6 महीने के अंदर चुनाव कराने होते हैं।
महिलाओं के लिए 33% आरक्षण का प्रावधान है।
Haryana GK for Gram Sachiv Exam
ग्राम पंचायत
2011 के अनुसार 6,212 ग्राम पंचायत हैं, लेकिन वर्तमान में 6,248 ग्राम पंचायत हैं।
नोट : 2021 में हरियाणा में 6,205 ग्राम पंचायतों में सरपंच पद हेतु चुनाव होंगे।
ग्राम पंचायत के सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए।
हरियाणा में 1 साल में दो बार ग्राम सभा की बैठक बुलाना अनिवार्य है। ( 13 अप्रैल और 2 अक्टूबर)।
पंचायत का गठन ग्राम सभा के सदस्यों द्वारा किया जाता है।
पंचायत समिति में कम से कम 5,000 मतदाता होने वाले क्षेत्र में 1 ब्लॉक समिति होगी।
इसके अध्यक्ष को चेयरमैन/प्रधान कहते हैं।
इसका मुख्य अधिकारी BDO (ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर) होता है।
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